26 जनवरी पर EU की Top Leadership बनेगी भारत की 77वीं परेड की शान

शालिनी तिवारी
शालिनी तिवारी

भारत 26 जनवरी 2026 को अपना 77वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है और इस बार समारोह में डबल डिप्लोमैसी देखने को मिलेगी। सरकार ने घोषणा की है कि यूरोपीय यूनियन (EU) की शीर्ष नेतृत्व टीम से उर्सुला गर्ट्रूड वॉन डेर लेयेन और एंटोनियो लुइस सैंटोस दा कोस्टा (Antonio Costa) Republic Day 2026 के मुख्य अतिथि होंगे।

यह फैसला भारत-EU रिश्तों को Strategic Partnership से Global Power Alignment की दिशा में ले जाने का संकेत माना जा रहा है।

Why EU, Why Now?

भारत और यूरोपीय यूनियन के बीच

  • Trade
  • Technology
  • Climate Action
  • Geopolitics

पर सहयोग लगातार गहरा हो रहा है। ऐसे में EU की पूरी leadership को एक साथ आमंत्रित करना भारत की multilateral diplomacy का clear message है।

(इस बार परेड सिर्फ टैंकों की नहीं, टेबल-टॉक डिप्लोमैसी की भी होगी!)

Who is Ursula von der Leyen?

उर्सुला वॉन डेर लेयेन वर्तमान में European Commission की President हैं।

  • जन्म: October 1958
  • पेशा: Doctor (Physician)
  • पार्टी: Christian Democratic Union (Germany)

उन्होंने जर्मनी में Family & Youth मिनिस्टर, Labour मिनिस्टर, और Germany की पहली महिला Defence Minister के रूप में काम किया।

आज वे EU की सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक मानी जाती हैं।

Who is Antonio Costa?

एंटोनियो लुइस सैंटोस दा कोस्टा

  • वर्तमान पद: President, European Council
  • जन्म: 17 July 1961
  • पेशा: Lawyer & Politician

वे पहले Portugal के Prime मिनिस्टर, और Socialist Party के Secretary-General रह चुके हैं। EU में consensus-building और crisis management के लिए Costa को खास पहचान मिली है।

India-EU Relations: Bigger Picture

दो मुख्य अतिथियों की मौजूदगी यह दिखाती है कि भारत अब केवल bilateral नहीं बल्कि continent-level partnerships पर फोकस कर रहा है। Trade talks से लेकर Indo-Pacific strategy तक, EU भारत का key global partner बनता जा रहा है।

Republic Day 2026: Symbolism Matters

गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि का चयन हमेशा भारत की foreign policy priorities और आने वाले वर्षों की diplomatic direction
को दर्शाता है।

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